Labels

पीलिया की दवा मुफ्त-यदि आपका कोई अपना या परिचित पीलिया रोग से पीड़ित है तो इसे हलके से नहीं लें, क्योंकि पीलिया इतना घातक है कि रोगी की मौत भी हो सकती है! इसमें आयुर्वेद और होम्योपैथी का उपचार अधिक कारगर है! हम पीलिया की दवाई मुफ्त में देते हैं! सम्पर्क करें : डॉ. पुरुषोत्तम मीणा-98750-66111

वैज्ञानिक प्रार्थना

Sunday, 16 July 2017

विचार, चिन्तन और सोचने का अन्दाज

विचार, चिन्तन और सोचने का अन्दाज

प्रकृति का उपहार हमारा जीवन अमूल्य है, इसे जीने योग्य बनाने के लिये हमें लगातार, सही और सकारात्मक प्रयास करने होते हैं। जैसे—
हमारे जाग्रत विचार और चिन्तन, हमारे अवचेतन/सुसुप्त मन में स्थापित हो जाते हैं। कुछ समय बाद यही विचार हमारे जाग्रत विचारों को संचालित करने लगते हैं। अत: हम हमारे अवचेतन मन के गहरे तल पर जैसा सोचते हैं, हमारा सम्पूर्ण जीवन वैसा ही बन जाता है। इसलिये हमें जाग्रत अवस्था में अपने विचार, चिन्तन और सोचने के अन्दाज पर ध्यान देना होगा।
सेवासुत डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
M & WA No.: 9875066111/160717

No comments:

Post a Comment